हमारे लिए भाषा का महत्त्व

किसी भी देश के लिए उसकी भाषा उसकी पहचान और गौरव का प्रतीक होती है। भाषा उस संस्कृति का अभिन्न हिस्सा होती है , जिस पर पूरी सभ्यता और समाज आधारित होते हैं। एक देश की भाषा न केवल उसकी परंपराओं और रीति-रिवाजों को बनाए रखने का एक साधन होती है , बल्कि यह राष्ट्रीय एकता और समृद्धि का प्रतीक भी बनती है। राष्ट्र की भाषा में इतनी ताकत होती है कि वह कभी कभी राष्ट्र की एकता को बनाए रखने और सामाजिक समरसता को प्रोत्साहित करने में अहम भूमिका निभाती है। उदाहरण के लिए , दुनिया के कई देशों में भाषाओं के आधार पर संघर्ष और टकराव हुए हैं , जो यह दर्शाते हैं कि भाषा सिर्फ संवाद का एक साधन नहीं , बल्कि एक सामाजिक और राजनीतिक अस्तित्व का अहम हिस्सा बन सकती है। विश्व के विभिन्न हिस्सों में भाषा से संबंधित संघर्षों का इतिहास रहा है। यूरोप में स्पेनिश और इंग्लिश भाषा के विवादों के कारण कई आंदोलनों ने जन्म लिया। स्पेन और इंग्लैंड के बीच हुई भिन्नताओं ने विभिन्न भाषाई पहचान को गहरा प्रभाव डाला। इसी तरह , चीन ने अपने कब्जे वाले द्वीपों पर जबरदस्ती चीनी भाषा को लागू किया , जिससे यह साबित होता है कि भाषा का विस्ता...